धूमधाम से निकली शंकराचार्य जी की शोेभा यात्रा, दर्शन को उमड़ा जनसैलाब
कल मनाया जायेगा स्वर्ण ज्योति महामहोत्सव और स्फटिक मणि से निर्मित मां त्रिपुर सुंदरी की भव्य प्रतिमा की होगी प्राण प्रतिष्ठा
रीवा। त्रिपुर सुंदरी देवी के स्फटिक मणि से निर्मित श्रीविग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा हेतु पहुंचे ज्योतिष एवं द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वत जी महाराज के सम्मान में रीवा में भव्य शोभा यात्रा निकाली गयी।
सैकड़ों की संख्या में शैव एवं वैष्णव संतों एवं हजारों की संख्या में चल रहे जनसमूह के बीच चल रही शंकराचार्य जी महाराज की सवारी आम जनता को दर्शन देने को निकली तो मानो ऐसा लगा कि रीवा की धरती आस्था का महासैलाब उतर आया।
परम पूज्य शंकराचार्य जी महाराज की सवारी जब रीवा की सड़कों पर निकली तो लोग जगह-जगह पर पुष्प, दीप आदि के माध्यम से उनका पूजन-अर्चन करने के लिए जमा हो गये।
पूज्य शंकराचार्य जी महाराज के स्वागत के लिए पूरे रीवा शहर को स्वागत द्वार, बैनर, ध्वज, वंदनवार अदि से पाट दिया गया था। जबकि भक्तगणों में उन पर पुष्प वर्षा करते हुए आशीर्वाद पाने की होड़ लगी हुई थी।
पूज्य शंकराचार्य जी महाराज का रथ जिस भी चैराहे पर पहुंचता, वहां पर उनका इंतजार कर रहे श्रद्धालु उन पुष्पों की वर्षा करते और उनके जयकारे लगाते। रीवा के प्रमुख चैराहे पर पहुंचते ही पूज्य शंकराचार्य जी महाराज पुष्पों से विभूषित हो गये।
परम पूज्य शंकराचार्य के रथ के साथ चल रहे बड़ी संख्या में घोड़े, ट्रैक्टर, कार, जीप आदि भी गाजे-बाजे के साथ चल रहे थे। जिनमें संतगण हर-हर महादेव के नारे का उद्घोष करते हुए धर्म पताका लहराते और लोगों को आशीर्वादे देते हुए नजर आए।
शोभा यात्रा सुमन वाटिका से प्रारंभ होकर रेलवे कालोनी और रेलवे स्टेशन, ट्रांसपोर्ट नगर, पड़रा, ए.जी. काॅलेज मोड़, जे.पी. मोड़, ढेकहा तिराहा, जय स्तंभ, बस स्टैंड, सिविल लाइन थाना तिराहे में, गुप्ता पेट्रोल पंप, कालेज चैराहा, मानस भवन, शिल्पी प्लाजा, कमिश्नरी के सामने से होते हुए कोठी परिसर पहुंची। जहां पर परम पूज्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज ने महामृत्युंजय मंदिर में भगवान शंकर का विशेष पूजन किया।
इस पूरे धार्मिक-आध्यात्मिक कार्यक्रम के आयोजक जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्र, पूर्व विधायक श्रीमती नीलम मिश्रा, अधिवक्ता विभूति नयन मिश्र ने अपने अराध्य की सवारी के साथ पैदल ही नगर भ्रमण किया।
शंकराचार्य जी महाराज के साथ उनके प्रमुख प्रतिनिधि शिष्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती महाराज भी साथ-साथ चल रहे थे। जिनका आशीर्वाद पाने एवं पूजन के लिए लोग जगह-जगह पर एकत्रित हुए थे।
पूज्य शंकराचार्य जी के सम्मान में गाजे-बाजे के साथ संतगण घोड़े पर सवार होकर चल रहे थे।
पूज्य शंकराचार्य के सान्निध्य में बड़ी संख्या में भक्तों ने देर रात तक भजनांजलि का आनंद लिया। काशी से आये जाने-माने भजन गायक कृष्ण कुमार ने अपने भजनों पर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
जबलपुर से आये रंगकर्मियों द्वारा आदि शंकराचार्य जी पर आधारित नाटक का विशेष रूप से मंचन किया गया।
दिनांक 14 फरवरी 2021 के कार्यक्रम
कल होगी देवी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा
जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज के सान्निध्य में कल रेलवे स्टेषन स्थित सुमन वाटिका में नवनिर्मित भव्य मंदिर में स्फटिक मणि से निर्मित मां त्रिपुर सुंदरी की भव्य प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न होगा। विदित हो कि यह विंध्य क्षेत्र की पहली स्फटिक मणि से निर्मित मां त्रिपुर सुंदरी की प्रतिमा होगी, जिसका भक्तगण दर्शन-पूजन कर सकेंगे। कल ही पूर्णाहुति के पश्चात् भव्य भंडारा का आयोजन भी होगा।
धूमधाम से मनाया जायेगा स्वर्ण ज्योति महामहोत्सव
परम पूज्य शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज के ज्योतिष पीठ पर आसीन होने के पचास वर्ष पूर्ण होने के अवसर पूरे भारववर्ष में स्वर्ण ज्योति महामहोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में विंध्य क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रबुद्धजनों को कल विशेष रूप से सम्मानित किया जायेगा।
स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती महाराज के दर्शन-प्रवचन का मिलेगा सौभाग्य
रीवा शहर के लोगों को कल परम पूज्य शंकराचार्य जी के साथ उनके प्रतिनिधि शिष्य परम पूज्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती महाराज के दर्शन एवं प्रवचन का भी सौभाग्य प्राप्त होगा।
हेमंत ब्रजवासी के सुरों से बहेगी भक्ति की गंगा
विंध्य क्षेत्र में शंकराचार्य प्रवास तीसरे दिन सायंकाल में जाने-माने गायक कलाकार हेमंत ब्रजवासी के सुरों से भक्ति की गंगा बहेगी। गौरतलब है कि अपनी सुरीली आवाज के लिए प्रसिद्ध हेमंत ब्रजवासी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, जिन्होंने 2009 में सारेगामा लिटिल चैंपियनशिप की ट्रॉफी अपने नाम की थी। वे इंडियाज गॉट टैलेंट और जो जीता वही सिकंदर के भी पार्टिसिपेंट भी रह चुके हैं। इनकी आवाज में ऐसा जादू है कि लोग इनके गाये भजनों पर झूमने को मजबूर हो जाते हैं।