अयोध्या में भव्य राम मन्दिर निर्माण हेतु परमार्थ निकेतन ने दिये 51 लाख रूपये
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अयोध्या में 11 हजार रुद्राक्ष के पौधे लगाने की जताई इच्छा
अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मन्दिर निर्माण हेतु परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री चंपत राय को 51 लाख रूपये का चेक प्रदान किया। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा सरयू तट, अयोध्या में आयोजित श्रीराम वन गमन पथ काव्य यात्रा एवं अधिवेशन में सहभाग किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से विशेष मुलाकात करके अयोध्या में 11 हजार रुद्राक्ष के पौधे लगाने की इच्छा भी जताई है। स्वामी चिदानंद सरस्वती का मानना है कि अयोध्या में केवल राम मन्दिर नहीं बल्कि राष्ट्र मन्दिर का निर्माण हो रहा है, जिससे आने वाली पीढ़ियां इस संस्कृति और संस्कारों से आप्लावित होती रहेंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से धर्मनगरी अयोध्या और श्री राम मन्दिर पर विशेष चर्चा करते हुए स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने सुझाव दिया कि भगवान शिव के ग्यारह रूद्र स्वरूप हैं। ऐसे में अति प्राचीन एवं पावन नगरी अयोध्या में ग्यारह हजार रूद्राक्ष के पौधों का रोपण किया जाये। स्वामी चिदानंद ने कहा कि अयोध्या में रूद्राक्ष वन की स्थापना होनी चाहिये। यदि यह सेवा योजना क्रियान्वित होती है तो परमार्थ निकेतन की ग्यारह हजार रूद्राक्ष के पौधों का सहयोग प्रदान करेगा। स्वामी चिदानंद जी के अनुसार अयोध्या में स्थान का चयन होने पर रूद्राक्ष पौधों के रोपण का कार्य आरम्भ किया जा सकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया।
स्वामी चिदानंद जी ने परमार्थ निकेतन में होने वाली ‘‘श्री राम कथा’’ और कुम्भ मेला, हरिद्वार में सहभाग हेतु श्री योगी आदित्यनाथ जी को विशेष रूप से आमंत्रित किया और उन्हें प्रयागराज कुंभ मेला- 2019’ को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किये जाने हेतु धन्यवाद देते हुये कहा कि यह भारत के लिये गर्व का विषय है।