Sawan 2024: शिवरात्रि पूजा के चार प्रहर, जिसमें बरसेगा महादेव का आशीर्वाद
शिवरात्रि पर किस समय चढ़ाएं जल और कैसे करें भगवान भोलेनाथ की पूजा?
Sawan Shivratri 2024: सनातन परंपरा में भगवान शिव की पूजा शीघ्र ही सभी कष्टों को दूर करके मनोकामनाओं को पूरा कराने वाली मानी गई है। हिंदू मान्यता के अनुसार देवों के देव महादेव अत्यंत ही भोले हैं और वह अपने भक्तों पर जल्द ही प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं, यही कारण है कि उन्हें भोलेनाथ कहा जाता है। भगवान शिव की साधना आप कभी जल और बेलपत्र आदि चढ़ाकर कर सकते हैं लेकिन यह तब और फलदायी हो जाती है जब आप शिव पूजा के लिए सबसे पवित्र मानी जाने वाली रात्रि यानि श्रावण शिवरात्रि पर करते हैं।
कब चढ़ाएं शिवलिंग पर जल (Sawan Shivratri 2024 Jal Abhishek Time)
पंचांग के अनुसार इस साल श्रावण शिवरात्रि का महापर्व आज मनाया जा रहा है। पंचांग अनुसार श्रावण मास के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि आज 02 अगस्त 2024 को 03:26 से प्रारंभ हो कर 03 अगस्त 2024 को पूर्वाह्न 03:50 बजे तक रहेगी। वहीं निशीथ काल 03 अगस्त को पूर्वाह्न 12:06 से लेकर 12:49 बजे तक रहेगा।
शिव साधना का सबसे उत्तम समय (Sawan Shivratri Char Prahar Puja Time 2024)
श्रावण मास की शिव रात्रि पर चार प्रहर की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है। भगवान शिव के लिए की जाने वाले पहले प्रहर की पूजा आज 02 अगस्त 2024 की शाम को 07:11 से लेकर रात्रि 09:49 बजे तक की जा सकेगी। वहीं दूसरे प्रहर की पूजा
रात्रि 09:49 PM से लेकर 03 अगस्त 2024 को पूर्वाहन 00:27 बजे तक की जा सकेगी।
तीसरे प्रहर की पूजा 00:27 AM से लेकर 03:06 तक रहेगी, जबकि चौथे प्रहर की पूजा पूर्वाह्न 03:06 से लेकर प्रात:काल 05:44 बजे तक रहेगी।