Vaishakh Purnima : वैशाख पूर्णिमा पर चंद्रदेव संग पाएं भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद
सुख, संपत्ति और सौभाग्य के लिए जरूर करें वैशाख पूर्णिमा का महाउपाय
सनातन परंपरा में प्रत्येक मास को पड़ने वाली पूर्णिमा का बड़ा ही महत्व है। अहम बात यह कि प्रत्येक मास में यह किसी न किसी उत्सव या महापर्व के रूप में मनायी जाती है। पंचांग के अनुसार चंद्रमा की पंद्रहवी कला को पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन आसमान में चंद्रमा अपनी पूर्ण आकृति लिये होता है। इस पावन तिथि के स्वामी स्वयं चंद्रदेव हैं। व्रत-जप एवं तप के लिए शुभ मानी जाने वाली वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) भगवान विष्णु की साधना और चंद्रदेव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। इसी पावन तिथि पर भगवान बुद्ध का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था।
वैशाख पूर्णिमा का धार्मिक महत्व
वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) के दिन भगवान विष्णु की कृपा एवं आशीर्वाद पाने के लिए पूरे विधि-विधान से सत्यनारायण भगवान की कथा कहें अथवा सुनें। वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) के दिन भगवान विष्णु के साथ धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करना बिल्कुल न भूले। इस पावन तिथि पर मृत्यु के देवता के नाम व्रत रखने का भी विधान है।
वैशाख पूर्णिमा की पूजा का फल
श्री हरि के प्रिय वैशाख माह की पूर्णिमा पर तीर्थ स्थानों में स्नान-दान, जप-तप का अत्यंत महत्व है। इस पावन तिथि पर गंगा आदि पवित्र नदियों में स्नान से पूरे माह का पुण्य फल प्राप्त होता है।
वैशाख पूर्णिमा का दान
वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) के दिन पवित्र नदी में स्नान के साथ दान का अत्यंत महत्व है। वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) के दिन किसी मंदिर में जाकर ब्राह्मण को जल से भरा हुआ कलश, पंखा, सत्तू, आदि का दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ध्यान रहे कि दान देते समय मन में किसी भी तरह का अभिमान न आने पाये।
इस पूजन से पूरी होंगी सभी मनोकामनाएं
— वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा के साथ माता लक्ष्मी का विशेष पूजन करें और उन्हें 11 पीली कौड़ी चढ़ाएं और दूसरे दिन एक लाल कपड़े में बांधकर अपने धन रखने वाले स्थान में रखें और प्रतिदिन उसे धूप-दीप दिखाएंं।
— माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए पूर्णिमा के दिन पीपल देवता पर मीठा जल जरूर चढ़ाएं। साथ ही साथ तुलसी जी के सामने शुद्ध देशी घी का दिया जलाएं।
— आर्थिक दिक्कतों को दूर करने के लिए आज वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) पर चंद्रदेव की विधि-विधान से पूजा करें। सायंकाल चंद्रदेव का दर्शन करें और उन्हें लोटे में दूध, गंगाजल और अक्षत मिलाकर ‘ॐ सों सोमाय नमः’ मंत्र जपते हुए अघ्र्य दें। पूरे श्रद्धा एवं भाव के साथ इस उपाय को करने से आपकी आर्थिक दिक्कतें दूर होंगी और धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा आप पर हमेशा बनी रहेगी।